विजय दशमी की सभी मित्रों और देशवासियों को बधाई.

हे राम!
एक बार फिर अवतार लो
इस बार तुम्हे एक नहीं,
अनेक रावणों का संहार करना होगा
रावण, जो दिल्ली से कंधमाल
उडीसा से असम तक फैले हैं
अयोध्या और गुजरात
में भी इन्होने तांडव मचाया है
कभी ईश्वर और कभी अल्लाह के नाम पर
हवा में नफरतों का ज़हर घोला है
ये रावण से भी अधिक क्रूर हैं
बलात्कारी और कातिल हैं
इन्हें क्षमा मत करना.
हे राम
एक बार फिर धरती पर आ
इन रावणों से धरती को मुक्ति दिला.............